Skip to content
Thehindinews
Thehindinews

  • Home
  • News Article
  • Story
  • Information
  • blog
  • Life Style
Thehindinews
Thehindinews

Parle-G Company Story: ‘पार्ले-जी’ के पास 130 से ज्यादा फैक्ट्रियां, 50 लाख रिटेल स्टोर्स

Hindi News, February 6, 2024February 15, 2024

पार्ले-जी एक सफल कंपनी की कहानी: दोस्तों आपने पार्ले-जी बिस्कुट का नाम तो सुना ही होगा। क्या आपने कभी इसके इतिहास को जानने की कोशिश की है। और यदि नहीं तो आईये आज आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं। पार्ले-जी (Parle-G) एक ऐसी कंपनी है जो भारतीय उपमहाद्वीप के लिए एक परिचित नाम बन हुई है। इसकी स्थापना 1929 में हुई थी, और सिर्फ एक बिस्कुट कंपनी के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन आज यह भारत में सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय ब्रांडों में से एक है।

उत्पादन

पार्ले-जी की उत्पादन संख्या और उपस्थिति को देखते हुए, यह कथित रूप से भारत की सबसे बड़ी बिस्कुट कंपनी है। इसके पास 130 से अधिक फैक्ट्रियाँ हैं, जो कि इसे भारत भर में उत्पादक बनाती हैं। इसके अलावा, यह कंपनी 50 लाख से अधिक रिटेल स्टोर्स पर अपने उत्पादों को पहुंचाती है।

अगर बात पार्ले जी की कहानी की करें तो पार्ले-जी की कहानी उसके मूल संस्थापक, मोहनलाल दयाल के प्रयासों से शुरू हुई। वे एक छोटे से गाँव में इस कंपनी की आधारशिला रखने के लिए अपने सपनों की खोज में थे। उनका संघर्ष और परिश्रम ने इसे एक सफल उद्यम बनाया।पार्ले-जी का उत्पादन विविधता में भी बढ़ता चला गया है। आज, यह कंपनी विभिन्न प्रकार के बिस्कुट, नमकीन, और खाने के आइटम उत्पादित करती है। इसके उत्पादों की गुणवत्ता और मूल्य सभी उम्र के लोगों को आकर्षित करते हैं, जिससे यह एक प्रमुख उपभोक्ता चयन बन गया है।

इस सफलता का रहस्य उसके गुणवत्ता परिचय, विश्वसनीयता, और मूल्य मूल्यांकन में छिपा है। यह कंपनी न केवल उत्पादों के मामले में बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी अपना योगदान देती है। इसके गतिविधियों में जनसंख्या कल्याण, वातावरण संरक्षण, और शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।

इस प्रकार, पार्ले-जी को भारतीय समाज में एक निरंतर उपस्थिति के रूप में देखा जाता है, जो उसकी समृद्धि और सफलता की कहानी को और भी मजबूती से बांधता है। इसके उत्पादों की मांग और उपयोग भारतीय जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है, जो इसे एक अद्वितीय स्थान पर स्थापित करता है।

कैसे बनता है पार्ले-जी बिस्कुट

पार्ले-जी बिस्कुट का निर्माण एक समर्थक और प्रगतिशील उत्पादन प्रक्रिया है, जिसमें कई चरण शामिल हैं। यहां एक सामान्य तकनीकी प्रक्रिया दी गई है, लेकिन कृपया ध्यान दें कि यह विशेष उत्पादन साइट और प्रक्रिया के अनुसार बदल सकती है।

  1. सामग्री संग्रहण:
    सबसे पहले, उपयुक्त सामग्री को संग्रहित किया जाता है, जो मुख्य रूप से गेहूं, चीनी, घी, दूध आदि शामिल होती हैं।
  2. आटा तैयारी:
    गेहूं को मिलकर आटा बनाया जाता है, जिसमें उच्च गुणवत्ता की गेहूं होती है ताकि बिस्कुट में आच्छादन हो सके।
  3. डोए में बनावट:
    आटा को उपयुक्त मात्रा में पानी और अन्य सामग्री के साथ मिलाकर एक डोए में बनावट दी जाती है।
  4. बिस्कुट का आकार और आकार:
    इसके बाद, डोए का आकार और आकार तय किया जाता है, जिससे बिस्कुटों की आकृति तय होती है।
  5. बेकिंग:
    बिस्कुट की आकृति को लेकर उसे बेकिंग ओवन में डाला जाता है। बेकिंग के दौरान, बिस्कुट योजना के अनुसार सही तापमान पर पकता है जिससे उसमें आकार और स्वाद आता है।
  6. ठंडा होना और पैकेजिंग:
    बेकिंग के बाद, बिस्कुट को ठंडा होने दिया जाता है और फिर उसे विभिन्न पैकेजिंग विकल्पों में पैक किया जाता है।
  7. गुणवत्ता निगरानी:
    पार्ले-जी की विशेषता उसके उत्पादों की गुणवत्ता में है, और इसलिए निरंतर गुणवत्ता निगरानी की जाती है ताकि उपभोक्ता को हमेशा एक स्वादिष्ट और गुणवत्ता से भरपूर उत्पाद मिले।

इस प्रक्रिया के माध्यम से, पार्ले-जी बिस्कुट तैयार होते हैं, जो लाखों लोगों के दिन को मिठास और स्वाद के साथ सजीव करते हैं।

कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष, परिश्रम, और उत्कृष्टता से भरा एक छोटा सा आरंभ एक बड़े और सफल उद्यम की ओर कैसे बढ़ सकता है।

यह भी जानें : ऑनलाइन सट्टेबाजी और फैंटसी ऐप्स से खिलाड़ियों को बेवकूफ बनाने की चालबाज़ी .

blog Life Style News Article Story

Post navigation

Previous post
Next post

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

The Hindi News

हिंदी में जानकारी लेने के लिए हमारी website को फॉलो करें

©2025 Thehindinews | WordPress Theme by SuperbThemes
Go to mobile version