International Charity Day: दोस्तों जीवन में दान करना एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दुनिया भर में मानवीय संकटों और गरीबी की पीड़ा को कम करने में चैरिटी का मुख्य सहयोग है। लोगों को चैरिटी के लिए प्रेरित करना व इसके विषय में जानकारी देने के लिए, विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस मनाया जाता है। यह दिवस मदर टेरेसा की पुण्यतिथि को चिन्हित करने के लिए भी मनाया जाता है। आईये आपको इसके विषय में जानकारी देते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस
दोस्तों ‘नोबेल लॉरेट मदर टेरेसा’ एक महान सामाजिक कार्यकर्त्ता थी। जिन्होंने पीड़ित मानवता और गरीबी के लिए बहुत काम किये थे। मदर टेरेसा की मृत्यु 5 सितम्बर 1997 को हुई थी। उन्हीं की पुण्य तिथि को स्मरण रखने के लिए विश्व भर में 5 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस मनाया जाता है। यह पूरे विश्व में मनाया जाता है। जिसके दौरान लोग बड़े बड़े अमाउंट में चैरिटी करते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहला अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस 2013 को मनाया गया था। हालाँकि अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस को मान्यता 2012 के दिसंबर में मिल चुकी थी।
अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस मनाने का उद्देश्य
दुनिया भर में मनाये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस का मुख्य उद्देश्य दूसरों की मदद करने के लिए लोगों को प्रेरित करना है। जिससे कि लोग स्वयंसेवक और परोपकारी गतिविधियों द्वारा लोगों की मदद करें। इसके साथ साथ लोग संवेदन शील और परोपकारी बनें। और जरुरत मंद लोगों को दान कर उनकी मदद करें। साथ ही मदर टेरेसा जैसी महान सामाजिक कार्यकत्री को याद करें।
मदर टेरेसा के विषय में
इनका का जन्म 26 अगस्त 1910 में मैसेडोनिया में अल्बानियाई माता-पिता के घर में हुआ था। इनको अगनेस गोंझा बोयाजिजू के नाम से जाना जाता है। इनके पिता एक व्यापारी व धार्मिक व्यक्ति थे। वर्ष 1919 में टेरेसा के पिता का निधन हो गया। उसके बाद इनके माता ने ही इनका पालन पोषण किया। टेरेसा बहुत ही कोमल और धार्मिक स्वाभाव की थी। उनके अंदर काफी दया भावना थी।
उनकी माता भी बहुत सरल और धार्मिक महिला थी। टेरेसा की माता उन्हें बहुत ही अच्छी शिक्षा देती। वे कहती थी की तुम्हें जो भी मिले वो सबके साथ मिल बाँट कर खाना चाहिए। उनका कहना था कि हमे अपने सगे सम्बन्धियों, रिश्तेदारों या जिन लोगों को उसकी ज्यादा जरुरत है, उनके साथ मिल बांटकर खाना चाहिए। माता की यह शिक्षा अगनेस ने अपने मन में बसा ली। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करके क्राइस्ट अपना लिया और समाज के लिए कार्य करने लगी।
वर्ष 1948 में उन्होंने भारतीय नागरिकता ले ली। जिसके बाद उन्होंने 1950 में कलकत्ता में आर्डर ऑफ़ मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी की स्थापना की। टेरेसा ने गरीब, लाचार, बीमार लोगों के लिए काफी काम किया। उन्होंने सामाजिक कार्यों में खुद को समर्पित कर दिया। 1979 में उन्हें लोगों की सेवा और पीड़ित मानवता की मदद करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार के कई कार्यों को करने के लिए उन्हें अन्य भी पुरस्कार दिए गए। ऐसे ही लोगों की सेवा करते करते वे 5 सितंबर 1997 में मदर टेरेसा जी का देहांत हो गया।
परोपकारियों के नाम
पिछले 100 वर्षों में 10 सबसे ज्यादा चैरिटी देने वाले उदार लोगों के नाम निम्नलिखित हैं।
रैंक | परोपकारी | दान का मूल्य (अरब अमरीकी डालर) | साल | देश | परिवार के सदस्य | दान का क्षेत्र |
1. | जमशेदजी टाटा | 102.4 | 1892 | भारत | रतन टाटा | शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा |
2. | बिल गेट्स और मेलिंडा फ्रेंच गेट्स | 74.6 | 2000 | यूएसए | बिल गेट्स और मेलिंडा फ्रेंच गेट्स | हेल्थ केयर |
3. | हेनरी वेलकम | 56.7 | 1936 | यूके | एलिजा मैनिंघम बुल्लेर | हेल्थ केयर |
4. | हावर्ड ह्यूजेस | 38.6 | 1953 | यूएसए | क्लेटन एस रोज | अनुसंधान और विकास |
5. | वारेन बफेट | 37.4 | 2006 | यूएसए | वारेन बफेट | हेल्थ केयर |
6. | जॉर्ज सोरो | 34.8 | 1979 | यूएसए | जॉर्ज सोरो | मानवाधिकार और न्याय |
7. | हैंस विल्सडॉर्फ़ | 31.5 | 1945 | स्विट्ज़रलैंड | मार्क मौगुए | सामुदायिक विकास |
8. | जेके लिली | 27.5 | 1937 | यूएसए | एन क्ले रॉबिंस | सामुदायिक विकास |
9. | जॉन डी रॉकफेलर | 26.8 | 1913 | यूएसए | शेरोन पर्सी रॉकफेलर | हेल्थ केयर |
10. | एडसेल फोर्ड | 26.6 | 1936 | यूएसए | डैरेन वॉकर | मानवाधिकार और न्याय |
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