स्वतंत्रता दिवस के 15 दिलचस्प किस्से, जिन्हें जानकर आज़ादी और गहराई से महसूस होगी Hindi News, August 14, 2025August 14, 2025 स्वतंत्रता दिवस : इस वर्ष 2025 में हमारा देश आजादी का 79वां वर्ष मनाने जा रहा है। हर साल 15 अगस्त को हम तिरंगा फहराते हैं, राष्ट्रगान गाते हैं, और आज़ादी का जश्न मनाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस दिन के पीछे कितने अनसुने किस्से और रोचक बातें छुपी हुई हैं? जब आप इन्हें जानेंगे, तो “आज़ादी” शब्द का मतलब और गहरा महसूस होगा। तो आइए, जानते हैं ऐसे 15 दिलचस्प फैक्ट्स जो हर भारतीय को पता होने चाहिए। 1. 15 अगस्त सिर्फ भारत का ही नहीं आपको जानकर हैरानी होगी कि 15 अगस्त सिर्फ भारत का स्वतंत्रता दिवस नहीं है। इसी दिन दक्षिण कोरिया, कांगो, बहरीन और लिकटेंस्टाइन भी अपना स्वतंत्रता दिवस या नेशनल डे मनाते हैं। 2. तिरंगे का असली मतलब हमारा तिरंगा सिर्फ तीन रंगों का कपड़ा नहीं है। केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है, सफेद शांति और सत्य का, और हरा रंग विश्वास और समृद्धि का। बीच का अशोक चक्र न्याय और प्रगति का संदेश देता है। 3. पहली बार तिरंगा कब फहराया गया था? आजादी से पहले, 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने तिरंगे को भारत का राष्ट्रीय ध्वज घोषित किया था। यानी, आधिकारिक तौर पर आजादी से करीब 23 दिन पहले ही इसे अपनाया गया। 4. लाल किला क्यों चुना गया? प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर झंडा फहराने की परंपरा इसलिए शुरू हुई क्योंकि ये मुगलकाल और ब्रिटिश हुकूमत—दोनों का ऐतिहासिक केंद्र रहा। यहां से झंडा फहराना आज़ादी के असली प्रतीक के रूप में देखा गया। 5. 15 अगस्त को आधी रात का भाषण आजादी की घोषणा 14 अगस्त की रात 11:57 बजे हुई थी, जब पंडित नेहरू ने अपना मशहूर भाषण “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” दिया। 6. पहले स्वतंत्रता दिवस पर पाकिस्तान के गवर्नर जनरल आपको पता है? पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त 1947 को मनाया गया, और उस दिन उसके पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना थे। 7. पहला स्वतंत्रता दिवस परेड पहली परेड लाल किले पर नहीं बल्कि इर्विन स्टेडियम (आज का मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम) में हुई थी। 8. तिरंगे का कपड़ा राष्ट्रीय ध्वज बनाने के लिए सिर्फ खादी कपड़े का ही इस्तेमाल किया जाता है, जिसे खासतौर पर कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में बुना जाता है। 9. आजादी की खबर रेडियो से 15 अगस्त की सुबह, ऑल इंडिया रेडियो ने पहली बार स्वतंत्रता की खबर पूरे देश में प्रसारित की। 10. पहली डाक टिकट स्वतंत्र भारत की पहली डाक टिकट 21 नवंबर 1947 को जारी हुई, जिसमें तिरंगा झंडा दिखाया गया था। 11. गांधी जी स्वतंत्रता दिवस में शामिल नहीं हुए आश्चर्य की बात है कि 15 अगस्त 1947 को महात्मा गांधी दिल्ली में नहीं थे। वे नोआखली (अब बांग्लादेश में) में सांप्रदायिक हिंसा रोकने में जुटे थे। 12. ब्रिटिश झंडा उतारने की रस्म आजादी की सुबह, सभी सरकारी इमारतों से यूनियन जैक (ब्रिटिश झंडा) उतारकर तिरंगा फहराया गया। 13. सिर्फ एक गवर्नर जनरल भारत के पहले और आखिरी ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन थे। इसके बाद सी. राजगोपालाचारी पहले भारतीय गवर्नर जनरल बने। 14. दिल्ली में पहली रात 14 अगस्त 1947 की रात दिल्ली में चारों ओर रोशनी की जगमगाहट थी। लोग गलियों में नाचते-गाते और मिठाइयाँ बांटते नजर आए। 15. 15 अगस्त और देशभक्ति के गाने हालांकि “ऐ मेरे वतन के लोगों” आजादी के तुरंत बाद नहीं बना था (1963 में बना), लेकिन यह गाना सुनकर खुद पंडित नेहरू की आंखों में आंसू आ गए थे। यह सब जानने के बाद जब आप अगली बार तिरंगे को सलामी देंगे, तो आपके दिल में गर्व और भी ज्यादा होगा। हमेशा याद रखें आज़ादी सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि लाखों बलिदानों, संघर्ष और सपनों का परिणाम है। इसलिए, 15 अगस्त को सिर्फ छुट्टी न मानें, बल्कि उस आज़ादी की कीमत को याद करें जिसे पाने के लिए हमारे पूर्वजों ने अपनी जान तक न्योछावर कर दी। जय हिंद! यह भी जानें : खगोल विज्ञान के 7 रहस्य जो आज तक नहीं सुलझ पाए – जानिए ब्रह्मांड की अनदेखी सच्चाईयाँ Facts Information news